ममता ने आठ अखबारों पर रोक लगाई

ममता ने आठ अखबारों पर रोक लगाई

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने राज्य की सहायता से चलने वाले पुस्तकालय में अंग्रेजी और ज्यादा प्रसार वाले बंगाली दैनिक अखबारों पर रोक लगा दी। जबकि एक अंग्रेजी अखबार को सर्कुलर में बदलाव कर शामिल किया गया है। इन पुस्तकालय में अब चुने हुए आठ अखबार ही मिलेंगे। ममता बनर्जी सरकार की ओर से एकसर्कुलर के जरिये जारी इस आदेश की सहयोगी पार्टी कांग्रेस और वामदलों ने क़डी आलोचना की है। बुद्धिजीवियों ने भी इस निर्णय को असंवैधानिक, अवांछनीय और सेंसरशिप से बदतर करार दिया है। इस सर्कुलर को वापस लिए जाने की मांग भी की जा रही है। बहरहाल, राज्य सरकार ने सर्कुलर को वापस लेने की किसी भी संभावना से इनकार किया है। राज्य के पुस्तकालयों के मामलों के मंत्री अब्दुल करीम चौधरी ने कहा है कि सरकार की नीतियों के अनुरूप इस फैसले को लागू किया गया है। जारी किए गए आदेश के अंतर्गत सार्वजनिक लाइब्रेरियों में अखबारों की खरीद अब संवाद प्रतिदिन, सकलबेला, खबर 365 दिन, एक दिन, दैनिक स्टेट्समैन (सभी बंगाली), सन्मार्ग (हिंदी) और अखबार-ए-मशरीक व आजाद हिंद (दोनों उर्दू) तक ही सीमित रहेगी। अंग्रेजी अथवा अधिक सर्कुलेशन वाले बंगाली अखबार अब इन पुस्कालयों में उपलब्ध नहीं रहेंगे।