कालाधन को लेकर लोकसभा स्थगित

कालाधन को लेकर लोकसभा स्थगित

नई दिल्ली। कालेधन को विदेश से वापस लाने का मामला दिल्ली की स़डकों तक ही सीमित नहीं रहा। मंगलवार को इस मुद्दे ने संसद को भी गरमा दिया। लोकसभा में हंगामे के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई। सोमवार को भी इस मुद्दे पर लोकसभा व राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ था। राज्यसभा में भाजपा समेत दूसरे विपक्षी दलों ने सरकार की कडी घेराबंदी की थी। लोकसभा में भी कुछ देर के लिए कार्यवाही नहीं चल पाई।

हालांकि सरकार उस पर भी टस से मस नहीं हुई। भाजपा के एम वेंकैया नायडू ने काले धन पर चल रहे योगगुरू बाबा रामदेव के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि काले धन के मसले पर सरकार से निराश आंदोलित लोग संसद की तरफ मार्च कर रहे हैं। यह ज्वलंत व गंभीर मुद्दा है। सरकार को इस पर बयान देना चाहिए। भाजपा के ही रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार समय सीमा बताए कि विदेशों में जमा काला धन देश में कब वापस आएगा। जवाब में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि सरकार ऎसे कैसे कोई आश्वासन दे सकती है।

जब इस पर चर्चा होगी तब सरकार बताएगी। सरकार पहले ही काले धन पर श्वेत पत्र ला चुकी है। लेकिन भाजपा सदस्य अपनी बात पर अडे रहे और नारेबाजी करने लगे। इस पर सदन की कार्यवाही को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन दोबारा बैठा तो फिर वही नजारा था। भाजपा से मुखातिब संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि जब छह साल तक आप (राजग) सरकार में थे तो इस मामले में क्या किया।

फिर तो हंगामा तेज हो गया और सदन की कार्यवाही 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उधर, लोकसभा में भी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने काले धन की वापसी के लिए सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी। कई सदस्य तो अध्यक्ष के आसन तक आ गए। शोरशराबे में कार्यवाही स्थगित कर दी गई। दोबारा शुरू होने पर भाजपा के हरेन पाठक ने कहा कि सरकार इस मसले पर गंभीर ही नहीं है।