स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी की जान को सबसे अधिक खतरा

स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी की जान को सबसे अधिक खतरा

नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस पर आंतकी हमले की आंशका से देश की सभी सुरक्षा एजेसिंया सर्तक है। इस स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा एजेंसिंयों ने पीएम मोदी को लाल किले में इनक्लोजर से भाषण देने की गुजारिश की है।  इस स्पेशल मामले को लेकर खुफिया एजेंसियों और प्रोटेक्शन गु्रप ने नैशनल सुरक्षा अडवाइजर अजीत डोभाल से मीटिंग की है। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया में खबर छपी है। खबर है कि प्रधानमंत्री उनकी सलाह को अनदेखी नहीं करेंगे क्योंकि इस बार खतरे की आशंका बहुत अधिक है।

अखबार में एक खुफिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि 15 अगस्त के मौके पर आतंकी संगठन किसी भी हद तक जा सकते हैं. 15 अगस्त के दिन एसपीजी, एनएसजी समेत दूसरी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। राजधानी दिल्ली को सुरक्षा किले में तब्दील किया जाएगा ताकी कोई परिंदा भी पर न मार सके।

अगर, पीएम मोदी सुरक्षा एजेंसियों की सलाह मान लेते हैं तो ऐसा पहली बार होगा जब वे सुरक्षा घेरे में रहकर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में भाषण देगे। आपको बता दें कि पिछले साल और उससे पहले भी इसी तरह की व्यवस्था सुरक्षा एजेंसिंयों के द्वारा की गई थी। परन्तु पीएम मोदी ने अचानक खुले मंच से भाषण देने की इच्छा जतायी थी। पीएम की इस इच्छा को ध्यान में रखते हुए बुलेटग्रुप सुरक्षा कवच को हटा भी लिया गया था।

पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए लाल किले के कुछ खास जगहों पर सुरक्षा दस्तों से जुड़े लोगों की तैनाती की गयी थी, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके। एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो, यह फैसला कश्मीर में व्याप्त तनाव और सीमा पर घुसपैठ के अलावा हाल के दिनों में आईएस की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। खुफिया एजेंसियों को कुछ ऐसी बातचीत का रिकॉर्ड मिला है, जिसमें भाषण के दौरान पीएम पर ड्रोन से निशाना बनाने के संबंध में बातचीत है। साथ ही सुरक्षा अधिकारियों को आशंका है कि अपराधी तत्व पीएम के सुरक्षा घेरे को ड्रोन से तोडऩे की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए पीएम की सुरक्षा को अनदेखी नहीं की जा सकती है।