जनरल के बयान पर सीबीआई जांच के आदेश

जनरल के बयान पर सीबीआई जांच के आदेश

नई दिल्ली। सेना प्रमुख वीके सिंह के इस दावे के बाद कि उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की गई थी, सरकार सकते में पड गई है। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत सीबीआई जांच के आदेश दे दिए।

आर्मी चीफ सिंह ने एक अंग्रेजी अखबार को इंटरव्यू में दावा किया है कि उन्हें एक लॉबिस्ट ने घटिया गाç़डयों की खरीद के लिए 14 करो़ड रिश्वत देने की पेशकश की थी। उन्होंने यह भी कहा कि वह लॉबिस्ट सेना का ही एक रिटायर अफसर है। सेनाध्यक्ष ने कहा कि इस घटना के बाद वह सीधे रक्षा मंत्री के पास गए और उन्हें इससे अवगत कराया।

उनके इस बयान के बाद पत्रकारों के बार-बार पूछे जाने पर एंटनी ने सिर्फ इतना कहा कि यह बेहद गंभीर आरोप है और उन्हें यह देखना होगा। इसके बाद वह संसद भवन के अंदर चले गए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सदन के दोनों सदनों में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया जिसके कारण दोनों सदनों की कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पडी। हंगामे के तुरंत बाद सरकार डैमेज कंट्रोल में लग गई और वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के तुरंत बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इस घटना की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए। इस मामले के बाद कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि सेनाध्यक्ष एक जिम्मेदार पद पर हैं, इसलिए अगर उनको किसी ने रिश्वत देने की कोशिश की गई थी तो उन्हें पुलिस में जाना चाहिए था।

दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार पर हमला तेज करते हुए कहा है कि यह घूसखोरों की सरकार है। सदन के बाहर भाजपा नेता वैंकैया नायडू ने कहा कि यह बहुत ही सनसनीखेज मामला है और सरकार को गंभीरता से इसकी जांच करनी चाहिए। उन्होंने रक्षा मंत्री एके एंटनी पर भी हमला किया कि जब उन्हें इस बात की जानकारी दी गई थी तो उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।