बोपन्ना भी नहीं बनेंगे लिएंडर के जोडीदार

बोपन्ना भी नहीं बनेंगे लिएंडर के जोडीदार

लंदन। भारतीय टेनिस को झकझोर देने वाला संकट सोमवार को और गहरा गया, जब रोहन बोपन्ना ने लंदन ओलंपिक की पुरूष युगल स्पर्धा में लिएंडर पेस के साथ जोडी बनाने की अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) की पेशकश को औपचारिक तौर पर नकार दिया। पेस के साथ जोडी बनाने की संभावना को भूपति के सिरे से नकारने के बाद बोपन्ना के रवैए ने टेनिस संघ को मुश्किल में डाल दिया है, जिसने अगले महीने होने वाले खेलों के लिए पेस और भूपति की जोडी को नामांकित करने का फैसला किया था, जबकि ये दोनों पहले भी जोडी तोड चुके हैं।

बोपन्ना ने सुबह एआईटीए को पत्र लिखकर साफ कर दिया कि वे पेस के साथ जोडी नहीं बना सकते, हालांकि ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व उनका सपना है। बोपन्ना ने कहा कि एआईटीए ने दूसरे विकल्प की टीम के रूप में पेस के साथ जोडी बनाने के लिए उनसे संपर्क किया था। इस खिलाडी ने कहा कि मैं एआईटीए की पेशकश स्वीकार करने में असमर्थ हूं और मैंने लिखित में उन्हें अपने फैसले से अवगत करा दिया है। बोपन्ना ने कहा कि भूपति के साथ जोडी बनाने का कारण एक साथ ओलंपिक में खेलना था और टेनिस संस्था ना सिर्फ इससे वाकिफ थी, बल्कि उसने दोनों का हौसला भी बढाया था। अपनी दमदार सर्विस के लिए मशहूर बोपन्ना के साथ भूपति और पेस दोनों लंदन खेलों के लिए जोडी बनाना चाहते हैं, लेकिन बोपन्ना ने कहा कि वे और पेस मिलकर अच्छी जोडी नहीं बना पाएंगे और उनकी साझेदारी से कोई नतीजा मिलने की संभावना बेहद कम है।

बोपन्ना ने स्वीकार किया कि कई लोगों को उनका यह फैसला पसंद नहीं आएगा, लेकिन ओलंपिक में खेलने के लिए वे पेशेवर कòरिअर के भरोसे के साथ जोखिम नहीं उठा सकते। पेस ने पिछले साल एटीपी शीर्ष 10 में रहने के लिए भूपति के साथ अपनी जोडी तोडकर अलग साझेदार के साथ जोडी बनाई थी, जिसके लिए बोपन्ना ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भी एसाम उल हक कुरैशी के साथ जोडी बनाए रखकर आसान रास्ता अपनाते हुए ऎसा कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऎसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2011 में मैंने एसाम कुरैशी के साथ बेहद सफल जोडी तोडी, क्योंकि मेरा मानना था कि ओलंपिक तैयारी के लिए कडी मेहनत, जोडीदारों के बीच आपसी समझ और कई छोटे बदलाव करने की जरूरत है, जिससे एक टीम काम करती है। यह मेरा सबसे मुश्किल पेशेवर फैसला है।