टीम अन्ना के खिलाफ सांसद एकजुट

टीम अन्ना के खिलाफ सांसद एकजुट

नई दिल्ली। गांधीवादी नेता अन्ना हजारे के रविवार को जंतर-मंतर पर एकदिवसीय उपवास के दौरान उनकी टीम के कुछ सदस्यों द्वारा सांसदों के खिलाफ की गई कथित अभद्र टिप्पणियों पर लोकसभा में सोमवार को विपक्ष की नेता सहित अनेक सदस्यों ने कडी आपत्ति जताई और इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने की पुरजोर मांग की। सके बावजूट टीम अन्ना अपने बयान पर कायम है और कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। सेना प्रमुख वी. के. सिंह को 14 करो़ड रूपये की कथित रिश्वत की पेशकश के मामले को लेकर सुबह हुए हंगामे के बाद संसद की कार्यवाही जब दो बजे आरम्भ हुई तो लोकसभा के सदस्यों ने एकसुर में अन्ना हजारे पर हमला बोला। अन्ना हजारे को दायरे में रहने की हिदायत देते हुए विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने आरोप लगाया कि सांसदों के खिलाफ असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुषमा ने कहा, \"\"अन्ना को अपने दायरे में रहना चाहिए।\"\" टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि 14 मंत्रियों सहित 165 संसद सदस्य भ्रष्ट और बलात्कारी हैं। सुषमा ने कहा कि अन्ना हजारे ने दिशा खो दी है। उन्होंने लोकपाल विधेयक पारित कराने के लिए संसद पर दबाव बनाया लेकिन वह सांसदों की लगातार आलोचना कर रहे हैं। जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव ने सुषमा की बातों का समर्थन करते हुए कहा, \"\"अन्ना लोकतंत्र के खिलाफ हैं और वह संसद पर हमला कर रहे हैं।\"\" शरद यादव उन नेताओं में हैं जो गत वर्ष अन्ना हजारे के अनशन में शिरकत करने जंतर-मंतर पहुंचे थे। उन्होंने कहा, \"\"हम पिछले 30 सालों से भ्रष्टाचार से ल़ड रहे हैं। हम गरीबों और किसानों की ल़डाई ल़ड रहे हैं। मैंने अन्ना का समर्थन किया लेकिन उनकी हर मांग से सहमत नहीं हो सकता।\"\" टीम अन्ना के आरोपों पर चिंता जाहिर करते हुए कांग्रेस के संजय निरूपम ने कहा कि कथित सिविल सोसयटी के लोग अनसिविल भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने अन्ना के आंदोलन के कार्यकर्ताओं की जांच कराने की मांग की। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बासुदेव आचार्य और समाजवादी पार्टी (सपा) के श्ौलेंद्र कुमार ने भी टीम अन्ना की क़डी आलोचना की। इस बीच, कांग्रेस ने कहा कि टीम अन्ना द्वारा राजनेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निंदनीय हैं। पार्टी ने कहा है कि टीम अन्ना किसी मुद्दे पर असहमत हो सकती है लेकिन उसे मर्यादा का भी ख्याल रखना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, टीम अन्ना के आरोप बेहद निंदनीय हैं। हम असहमत हो सकते हैं लेकिन इस असमति की भी एक मर्यादा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना द्वारा पूरे तंत्र और राजनेताओं की निंदा करना यह दर्शाता है कि वे कितने अहंकारी हैं और लोकतंत्र के प्रति उनके मन में कितनी घृणा है। यह अधिकारों की कट्टरता जैसा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने सामाजिक कार्यकर्ताओं को सावधान करते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है या फिर कोई राजनीतिक दल उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लेकर नहीं आया है इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें राजनेताओं को गुंडा कहने का अधिकार मिल गया है। उन्होंने दर्शा दिया है कि लोकतंत्र के प्रति उनमें तनिक भी विश्वास नहीं है।