एके हंगल चले गए, सन्नाटा छोड गए...

एके हंगल चले गए, सन्नाटा छोड गए...

भारतीय सिनेमा इतिहास में ए.के. हंगल पहले ऎसे चरित्र अभिनेता थे 50 वर्ष की आयु में जो रंगमंच से फिल्मों में आए । उन्होंने 1966 से 2005 के अपने फिल्मी करियर में उन्होंने करीब 250 फिल्मों में काम किया।उनकी पहली फिल्म  तीसरी कसम (1966) थी। शोले,नमक हराम, गुड्डी, काली घटा , अभिमान, दीवार, शौकीन, आईना, अनामिका जैसी सुपर हिट फिल्मों में काम किया। फिल्म शोले में रहीम चाचा के किरदार उनके द्वारा बोला संवाद "इतना सन्नाटा क्यों है भाई" आज भी दर्शकों के जेहन में घूमता है।  95 साल के  इस कलाकार का रविवार सुबह मुम्बई में निधन हो गया।