सानिया को नहीं समझा चारा: एटीआई

सानिया को नहीं समझा चारा: एटीआई

नई दिल्ली। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने महिला खिलाडी सानिया मिर्जा के उस आरोप को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने संघ द्वारा उनका इस्तेमाल एक चारे के तौर पर करने की बात कही थी। संघ ने दावा किया है कि ओलंपिक के लिये मिश्रित युगल टीम का चयन योग्यता के आधार पर किया गया है।

सानिया ने मंगलवार शाम को टीम चयन के मसले पर एआईटीए के साथ-साथ पेस -भूपति को भी घसीटते हुए आरोप लगाया था कि उनका इस्तेमाल पेस को खुश करने के लिए किया गया है। एआईटीए के महासचिव भरत ओझा की ओर से सफाई दी गई है कि चूंकि 21 जून को टीमों के नामांकन की आखिरी तारीख थी और हमारे प्रयायों के बावजूद भूपति एवं बोपन्ना, लिएंडर पेस के साथ खेलने से इनकार कर चुके थे, तब चयन समिति ने पेस के साथ खेलने के लिए विष्णु वर्धन को चुना जोकि एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता भी हैं।

इसके अलावा समिति ने सोमदेव देवबर्मन और सानिया मिर्जा की महिला एकल और महिला युगल वाइल्ड कार्ड के लिए भी आवेदन कर दिया था ताकि वह मिश्रित युगल भी खेल सकें। इसके बाद समिति ने देश में पहली और विश्व में सातवीं वरीयता के खिलाडी पेस को देश की नंबर एक और दुनिया की 12वें नंबर की खिलाडी सानिया के साथ मिश्रित युगल के लिए चुना। इस तरह इनकी संयुक्त रैंकिंग 19 है और ये दुनियां की शीर्ष 12 टीमों में से नौंवे स्थान पर हैं।

ओझा ने स्पष्ट किया कि चयन समिति के फैसले की जानकारी आईओए को भी 21 जून को ही दे दी गई थी। ओझा ने खिलाडियों से देशहित में एकजुट रहकर खेलने और बयानबाजी से बचने की भी अपील की।