फ्रेंड से भी रहें होशियार

फ्रेंड से भी रहें होशियार

आजकल सामाजिक चोरों की एक नई जमात समाज में फैलती जा रही है। ये चोर रूपए-पैसे की जगह आपके दोस्त और सामाजिक परिचय को चुराते हैं। ये लोग आपके दोस्तों को आप से दूर कर देते हैं। ऎसे लोगों की नजर रसूखदार या पहुंच वाले लोगों पर होती है। जब आप इनको अपने ऎसे दोस्त से मिलाते हैं तो वे धीरे-धीरे उनसे नजदीकियां बढालेते हैं। ऎसे लोग तुरंत पहचान लेते हैं कि कौन सा इंसान उनकेकाम आ सकता है।