फैंटसी और रियलिटी में मन मुटाव
तकरार के कारण
लडकियां आमतौर पर लडकों की अपेक्षा संकोची होती हैं। वो अपनी जरूरतों, इच्छाओं और भावनाओं को खुल कर व्यक्त नहीं कर पाती। वो फिल्मों की कहानियों की तरह सोचती हैं कि बेड पर सब कुछ पति ही करेगा। जब पति उसके सपनों और जरूरतों के मुताबिक रोमांस नहीं करता तो वो उससे भावनात्मक रूप से नहीं जुड पाती। अफेयर होने की कंडीशन में दोनों पार्टनर शरीर से तो साथ होते हैं मगर मन से बहुत दूर, ऎसी स्थिति में भी फैंटेसी और रियलिटी में तकरार होता है। कहीं न कहीं देर से शादी भी रियल और फैंटेसी लाइफ के आडे आती है। शादी चाहे देर से हो मगर लडकियों के सपने तो पहले के जैसे ही होते हैं जबकि पति मैच्योर होने के कारण उन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। ऎसी स्थिति में भी लडकीके सपनों की दुनिया रियल लाइफ से अलग होती है।