पुरूषों की ये 5 बातें पसंद हैं माहिलाएं को...
पुरानी सोच का डर
इसी तरह की एक रिसर्च से जुडीं लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स की रिसर्चर कैथरिन हाकिम बताती हैं, दुनिया भर में विमिन इम्पॉवरमेंट की बातें लगभग 40 साल से चल रही हैं। ऎसे में बस हाउसवाइफ बनने की बात को महिलाएं स्वीकार नहीं पातीं। अगर यह बात उनके मन में होगी, तो भी वे दकियानूसी कहलाए जाने के डर से यह बात नहीं कहेंगी। हालांकि, हमारे आसपास ऎसी तमाम महिलाएं हैं, जो फाइनैंशल मैटर्स के लिए अपने पार्टनर पर डिपेंड रहना चाहती हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि उम्र ज्यादा होने पर भी महिलाएं ऎसे साथी के सपने संजोए रहती हैं, जो हर लिहाज से उनसे आगे हो।
रिसर्च के दौरान देखा गया कि कई यूरोपियन देशों की उम्रदराज महिलाएं भी शादी के लिए तभी तैयार हुई, जब उन्हें अपने से ज्यादा धनवान और पढे-लिखे पुरूष मिले। ब्रिटेन में लगभग 50 साल पहले हुई एक रिसर्च में 20 फीसदी महिलाएं अपने से ज्यादा पढे-लिखे पुरूष से शादी करना चाहती थीं, वहीं पिछले दशक में ये आंकडे 38 फीसदी तक पहुंच चुके हैं। यही पैटर्न पूरे यूरोप, यूएस और ऑस्ट्रेलिया में भी नोट किया गया। जाहिर है, तेजी से वेस्टर्न कल्चर में ढल रहीं इंडियन मेट्रोज की महिलाएं भी इस राह पर हैं।