महिलाएं पायलट बनकर छुएं आसमां

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कैसे-कैसे मिलता है प्रशिक्षण पायलट का प्रशिक्षण कई वषों� और चरणों में पूरा हो पाता है। एसपीएल में सर्वप्रथम 12वीं की उत्तीर्ण छात्रों को स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (एसपीएल) में दाखिला लेना पडता है। एसपीएल की ट्रेनिंग प्लाइंग क्लबों से प्राप्त की जा सकती है। जिसमें 60 घंटे की उडान का अनुभव दिया जाता है। पीपीएल में 60 घंटे (अकेले 20 मिनट) का विमान उ़डान प्रशिक्षण लेने के बाद प्राइवेट पायलट लाइसेंस (पीपीएल) की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है, जिसमें हवाई नियंत्रण, उडडयन, मौसम, विज्ञान, एयर नेवीगेशन, एविएशन मेट्रोलॉजी संबंधित प्रश्न पूछें जाते हैं। पीपीएल का सर्टीफिकेट प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 6 माह प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसमें 250 घंटे का रात-दिन विमान को उ़डाने और उतारने का प्रशिक्षण शामिल होता है। इसके बाद सीपीएल अंतिम चरण के लिए प्रशिक्षण लेना होता है। इसमें लिखित परीक्षा होती है जिसमें प्रैक्टिकल उ़डान पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इसकी अवधी 15 माह की होती है।