क्यों मनाई जाती है होली, क्या है इसके पिछे की कहानी
होलिका दहन की परंपरा शास्त्रों के अनुसार होली उत्सव मनाने से एक दिन पहले
आग जलाते हैं और पूजा करते हैं। इस अग्नि को बुराई पर अच्छाई की विजय का
प्रतीक माना जाता है। होलिका दहन का एक और महत्व है, माना जाता है कि भुना
हुआ धान्य या अनाज को संस्कृत में होलका कहते हैं, और कहा जाता है कि होली
या होलिका शब्द, होलका यानी अनाज से लिया गया है। इन अनाज से हवन किया जाता
है, फिर इसी अग्नि की राख को लोग अपने माथे पर लगाते हैं जिससे उन पर कोई
बुरा साया ना पड़े। इस राख को भूमि हरि के रूप से भी जाना जाता है।