विटामिन ए की शरीर को कितनी जरूरत
विटामिन "ए" की कमी से बचाव विटामिन "ए", दूध, अंडे, गोश्त, मछली में पाया जाता है। मछली के लिवर के तेल में तो प्रचुर मात्रा में होता है। विटामिन "ए" की पूर्वावस्था बीटा कैरोटिन है जो कि शरीर में विटामिन "ए" में तब्दील हो जाती है। यह फलों और सब्जियों में पाया जाता है मुख्य रूप से लाल पीले रंग के फलों और सब्जियों में। यदि मांसाहारी हैं तो मछली अंडा का सेवन करे, शाकाहारी व्यक्ति प्रतिदिन दूध अवश्य पीयें, साथ ही पीले रंगवाले फल, पपीता, आम या सब्जियां, गाजर, टमाटर, सीताफल इत्यादि का सेवन करें। भारत सरकार ने विटामिन "ए" की कमी को दूर करने तथा इसकी कमी से होने वाले रोगों से बचाव के लिए वृहद अभियान छे़ड रखा है जिसके द्वारा एक से पांच वर्ष की आयु के बच्चों को एक चम्मच विटामिन "ए" का सीरप जिसमें एक लाख यूनिट विटामिन "ए" होता है। हर 6 माह के अन्तराल में दिये जाने का प्रावधान है। साथ ही कुछ भोज्य पदाथों� जैसे वनस्पति घी, ब्रेड, स्किमडमिल्क, टोन मिल्क में अलग से विटामिन "ए" मिलाया जाता है। विटामिन "ए" की शरीर में कमी से बचाव के लिये तथा आंखों को चमकीली, त्वचा सुन्दर कोमल बनाये रखने के लिये हरी पत्तेदार सब्जियों, दूध, फलों का नियमित सेवन अवश्य करें।