विटामिन ए की शरीर को कितनी जरूरत

विटामिन ए की शरीर को कितनी जरूरत

विटामिन "ए" की शरीर में उपयोगिता
विटामिन "ए" आंखों की रोशनी के लिये आवश्यक तत्व है, यह आंख के पर्दे में पाये जाने वाले रेटिनाल तत्व को बनाता है जो कि मंद रोशनी में देखने के लिये आवश्यक है। यह विटामिन त्वचा और ग्रंथियों तथा शरीर के अन्दरूनी अंगों, आंत, श्वसन तंत्र, मूत्रतंत्र आदि की श्लेष्मा झि�ल्लयों को स्वस्थ बनाये रखने और त्वचा को निरोगी बनाये रखने के लिये जरूरी है। शरीर में ऊतकों, मुख्य रूप से ह�ड्डयों के विकास में मदद करता है। विटामिन "ए" शरीर की संक्रमक रोगों के विरूद्ध प्रतिरक्षा क्षमता बढाता है, विटामिन "ए" की शरीर में कमी होने से विभिन्न संक्रामक रोग होने का भय बढ जाता है। यह शरीर के अनेक अंगों विशेष कर श्वसन तंत्र, फेफडों की कैंसर रोग से रक्षा करती है। विटामिन "ए" आक्सीडेट विरोधी तत्व है। फ्री रेडिकल, शरीर में अनेक रोगों का जनक है। विटामिन "ए" फी रेडिकल की मात्रा को नियंत्रण में रखकर उनकी अधिकता के कारण होने वाले रोगों से शरीर का बचाव करता है। यह विटामिन गुणसूत्रों के सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है, जो कि शरीर के विकास का कार्य प्रशस्त करते हैं। विटामिन प्रजनन अंगों की संरचना, कार्य और शक्ति के लिये जरूरी है।