जोडियां बनती हैं स्वर्ग में...
प्रेम तकनीक का प्रयोग करें-सुनो, देखो, पुष्टि करो, जोर डालो। दिन में कम से कम 1 बार इस की प्रैक्टिस अपने साथी पर करें। ऐसे संदेश भेजें व स्वीकार करें, जिनमें सीखने व सुनने पर जोर दिया गया हो। अपने साथी को बोलते समय जरूर ध्यानपूर्वक देखें, सुनें। महत्त्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के समय इस तकनीक का अवश्य प्रयोग करें ताकि साथी के सिर्फ शब्द नहीं एहसास भी समझ में आ जाए।