कुदरत का करिश्मा है आब ए जमजम
मक्का और मदीना के लोग तो इसका पानी लेते ही हैं, हज के वक्त हर साल वहां लाखों की तादाद में जाने वाले हज यात्रियों की पानीकी जरूरत को भी यही कुआं पूरा करता है। इसके अलावा लौटते वक्त भी सभी हाजियों की यह ख्वाहिश रहती है कि वे अपने साथ इस आबएजमजम को ज्याद से ज्यादा ले जा सकें। जिससे इसको अपने परिवार और सगे-संबंधिकयों बांटा जा सकें। इसके वितरण से पुण्य का फायेदा मिलता है।