Vastu Tips: पढ़ाई में सबसे आगे आएगा बच्चा, ट्राई करें वास्तु के ये नियम
वास्तु शास्त्र में हर चीज का नियम बनाया गया है यदि व्यक्ति अपने जीवन में इसे फॉलो करता है तो सभी दुखों से दूर रहता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको बच्चों से जुड़े वास्तु शास्त्र के बारे में बताने वाले हैं। यदि आपका बच्चा पढ़ाई में आनाकानी कर रहा है, तो आपको वास्तु नियम के अनुसार सही दिशा में बच्चों को पढ़ाई के लिए बिठाना चाहिए। स्टडी रूम से जुड़ा हुआ वास्तु नियम बच्चों के लिए बहुत जरूरी है यदि आपका बच्चा सही दिशा में बैठकर पढ़ाई करता है तो हमेशा पढ़ने में मन लगा रहेगा। बच्चे अपनी किताबों की अलमारी को पश्चिम दिशा में रख लीजिए, इसके अलावा पढ़ाई करते समय आपको अपना मुंह पूर्व दिशा की तरफ करना है।
रंगों से जुड़ा नियम
वास्तु शास्त्र में रंगों का भी विशेष महत्व होता है बच्चों के स्टडी रूम के लिए आपको खास रंग का पेंट करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के नियम अनुसार, बच्चों के स्टडी रूम में हल्का पीला, गुलाबी, हरा कलर ही करना बेहतर रहेगा इससे बच्चे का पढ़ाई में मन लगता है।
पोस्टर लगाएं
अगर आप अपने बच्चों का शानदार भविष्य चाहती हैं, तो इसके लिए बच्चों के स्टडी रूम में सकारात्मक तस्वीर लगाना जरूरी है। ध्यान रहे कि बच्चे अपने हिसाब से हिंसक तस्वीरें ना लगाएं। बदलते समय के साथ बच्चों के शौक भी बदलते हैं इसलिए वह अपने रूम को अपने हिसाब से बनाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि बच्चों के स्टडी रूम में केवल इस तरह के पोस्टर्स लगाए जिसमें पॉजिटिव थॉट्स, सक्सेस स्टोरी, सूरज की तस्वीर, घोड़े की तस्वीर, पेड़-पौधों की तस्वीर हो।
पढ़ाई का समय
अगर आप अपने बच्चों को बिना कहे और पढ़ाई में मन लगाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बच्चों के लिए पढ़ाई का समय तय कर देना चाहिए। पढ़ाई ही नहीं किसी भी काम के लिए समय का निश्चित होना बेहद जरूरी होता है वास्तु नियम के अनुसार यदि बच्चा भोर के समय पढ़ाई कर रहा है तो यह उचित समय है क्योंकि ज्ञान की देवी माता सरस्वती समय जिहवा पर करती हैं।
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