
कुछ अनकहीं बातें मंदाकिनी के बारे में....
बॉलीवुड
 जगत में 1985 में ही भोली-भाली नीली आंखों वाली मंदाकिनी ने फिल्म ‘मेरा 
साथी से डेब्यू’ किया। हालांकि यह फिल्म बॉक्सऑफिस पर बुरी तरह से नकार दी 
गई। तो वहीं इसी साल मंदाकिनी की फिल्म राम तेरी गंगा मैली प्रदर्शित हुई, 
इस फिल्म से मंदकिनी सक्सेस होते ही रातो रात फेमस हो गई थी। हरफिल्म 
पत्रिका के कवर पर मंदाकिनी औरउनके झरने वाले सीन का ही शोर था। कहते हैं 
अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहीम ने भी बससे पहले अभिनेत्री मंदाकिनी की 
खूबसूरत फोटोज एक फिल्म मैगजीन में ही देखी थी। दाऊद इब्रहीम कास्कर 1993 
के मुबई बम धमाकों का माटर माइंड। जिसके काले कारनामों, जुर्म और खून-खराबे
 की लंबी लिस्ट है। मगर आज बात डॉन दाऊद इब्राहीम के एक दिल की है, वो डॉन 
जो प्यार में दीवाना था क्रिकेट और बॉलीवुड जगत का। जो अपने सम में एक चंचल
 दिलफेंक आवारा आशिक था। जिसे गॉडफादर जैसी फिल्में और फिल्मों में 
गैंगस्टर्से के इर्द-गिर्द घूमने वाली खूबसूरत हसीनाएं बहुत पसंद थी। 90 के
 दशर्क के शुरूआती सालें में डॉन दाऊद के साथ हिन्दी सिनेमा के स्टार्स की 
फोटोज अलग अलग वक्त पर आती थी। खबरों की माने तो दाऊद के बुलावे पर 
अभिनेत्री मंदाकिनी भी दुबई पहुंची। वहां डॉन ने किसी शानदार अंदाज में 
मंदाकिनी को पूरी इज्जत दी। उसकी मेहमनानवाजी देखकर मंदाकिनी बहुत खुश हुई।
 एक शख्य जिसके एक इशारे पर पूरा बॉलीवुड हिल जाता था वो उसका मंदाकिनी 
दीवाना है। शायद इस एहसास ने मंदाकिनी को एक अजीब से रोमांच से भर दिया था।
 क्या ये एक पावर सेंटर के करीब होने की ताकत का एहसास था। या मंदाकिनी का 
डर था कि डॉन है कहीं नाराज ना हो जाए और कुछ गलत ना करवा दें मेरे साथ। या
 फिर वाकई मंदाकिनी भी डॉन को पसंद करने लगी थाी। वजह जो रही हो, सूत्रों 
के अनुसार छपी न्यूज कि मंदाकिनी और डॉन दाऊद की मुलाकाते लगातार जारी 
रहीं। 






