इंडियन स्टूडेंट्स पहली पसंद अमेरिका और ब्रिटेन
अगर बात करें ब्रिटेन की ब्रिटेन आज से नहीं बल्कि कई दशकों से भारतीय स्टूडेंट्स के ड्रीम डेस्टिनेशन के तौर पर पहचाना जाता है। लेकिन बीते सालों में यहां मिलने वाले वर्क परमिट और स्कॉलरशिप ने भारी संख्या में भारतीय स्टूडेंट्स को लुभाने का काम किया है। ब्रिटेन का एजुकेशन सिस्टम भारतीय एजुकेशन सिस्टम के लगभग समान है। यहां भी भारत की तरह ज्यादातर बैचलर डिग्री तीन साल में पूरी हो जाती है। ट्यूशन फीस की बात करें, तो यूके की यूनिवर्सिटीज में करीब 15 हजार पौंड हर सत्र के लिए खर्च करने पडते हैं। अन्य देशों के मुकाबले आप कम समय में यहां डिग्री हासिल कर सकते हैं।