बोलने में छुपा है सेहत का राज
मनुष्य क्रियाओं का संबंध उसके स्वास्थ्य से किसी न किसी रूप में होता है। या तो उसकी क्रिया उसके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है या उसका स्वास्थ्य उसकी क्रियाओं को प्रभावित करता है। ज्यादातर यह संबंधी द्विमुखी ही होता है यानी व्यक्ति की क्रिया उसके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है एवं उसका स्वास्थ्य भी उसकी क्रियाओं पर किसी न किसी प्रकार प्रभाव डालता है लेकिन बोलने की क्रिया का भी व्यक्ति के स्वास्थ्य से संबंध हो सकता है, यह थोडा अजीब सा लगता है।