चश्में बने स्टाइल स्टेटमेंट

चश्में बने स्टाइल स्टेटमेंट

एक वक्त था जब चश्मा लगाना सबसे बोरिंग काम लगता था, लेकिन अब ये फैशन का प्रतीक बन गए हैं। युवाओं के साथ ही बच्चो और बुजुर्ग भी स्टाइलिश फ्रेम्स की मांग कर रहे हैं। इसके चलते मार्केट में डिजाइनर फे्रम देखने को मिल रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार हॉलीवुड की फैशन डिजानइर्स चश्मों की नई श्रृखला जारी होने वाले हैं। अब चश्मे जरूरत के साथ ही फैशन का हिस्सा बन चुके हैं।

डिजाइनर फ्रेम्स की भरमार

इस नए शौक के चलते मार्केट में ब्रांडेड और नॉन ब्रांडेड ढेरों डिजाइनर फ्रेम्स दिखाई दे रहे हैं। इनमे राउंड आई, गीक, कैट आई, एविएटर सरीखे बहुत से स्टाइलिश फे्म्स शामिल हैं। कलर वैरायटी भी है, जैसे सफेद, लाल, भूरा, काला के साथ ही बरगंडी आदि।

लगातार स्पेक्स का यूज करने वाले लोग गोगल्स पहनने का शौक पूरा करने के लिए आईसाइट के अनुसार इन्हें ऑर्डर पर बनवा रहे हैं।
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आई स्पेशलिस्ट्स का मानना है इसके चलते आई स्पेशलिस्ट्स का मानना है कि फ्रेम पसंद करते समय ग्लासेज की स्थिति जरूर नोट करें। जब आप ग्लासेज को फेस से दूर या पास करते हैं, तो विजन में फर्क महसूस होता होगा। असल में इसका सम्बन्ध आपके फेस से लैंस की दूरी से है। ऑप्टिशियन को हमेशा आई टैस्टिंग उपकारण से फेस की दूरी को मापना चाहिए और फिर उसके अनुसार ही फ्रेम प्रेस्क्राइब करना चाहिए।