सौन्दर्य और प्रभावशाली व्यक्तित्व से युक्त श्री कृष्ण
श्रीकृष्ण सभी भरतीयों को अपनी अलौकिक माधुरी की ओर आकर्षित करते हुए सभी भारतीयों प्रान्तीय भाषाओं में निबद्ध इन कालजयी ग्रन्थों के महानायक बन हैं। प्राकृत में वाक्पतिराज की गाथासत्तसई, बंगला में मालाधर बसु का श्रीकृष्ण विजय, कन्नड में नेमिचन्द्र का नेमिपुराण, गुजराती में भीमदेव की हरिलीला, तेलुगु में पोटन का भागवत और मलयालम में चेरूशेरी की कृष्णगाथा, असमी में शंकरदेव का कीर्तनघोष। सन्दर्भ के उपसंहार में ऎसे अप्रतिम प्रभाव वाले भारतीयों के जन-नायक लोकदेवता श्रीकृष्ण के सम्बन्ध में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू के ये प्रशंसा उeार अतीव समीचीन हैं श्रीकृष्ण केआख्यान या कथा जिसने देश के लम्बे इतिहास में भारतीयों पर गहरा प्रभाव डाला है वह नि:संदेह अपने में मह�वपूर्ण है।