माता-पिता का दयालु व्यवहार
महानगरों में पेरेंट्स दोनों ऑफिस जाते हैं। ऎसे में वे रात को ही बच्चो से बातें करने का टाइम निकाल पाते हैं।लिहाजा पहले की तुलना में अब छुट्टी वाले दिन बच्चो थोडी देर तक सोना पसंद करते हैं और पेरेट्स को भी पर कोई परहेज नहीं होता।