करीबी रिश्ते की एहमियत समझें और उसकी कद्र करें। अकेले में सोचें आपने कैसे शब्द यूज किए हैं। रिश्ते खुशी देते हैं, इन्हें सहेजना भी आना चाहिए। कटाक्ष करने वाले कारणों को न ढूंढें। जो देंगे, वही हमें प्राप्त होगा। प्यार के बदले प्यार और नफरत के बदले नफरत। अपनों की गलती माफ भी की जा सकती है। तोल-मोलकर बोलना व्यक्तित्व की सबसे बडी खूबी है।