
Parenting Tips: किन वजहों से बिगड़ने लगते हैं बच्चे, नहीं मानते पेरेंट्स की बात
बच्चे कभी-कभी अपनी मनमानी करने लगते हैं, जो एक आम बात है। यह उनकी उम्र और विकास का एक हिस्सा है। बच्चे अपनी सीमाओं को परखने और अपनी स्वतंत्रता का अनुभव करने के लिए अक्सर मनमानी करते हैं। जब वे अपनी मर्जी नहीं कर पाते हैं, तो वे गुस्सा या उदास हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में शांत और धैर्यवान रहना जरूरी है। बच्चों को प्यार और समझ के साथ सही और गलत का अंतर समझाना चाहिए। उन्हें विकल्प देने और उनकी बात सुनने से वे अधिक सहज महसूस करते हैं। धैर्य और समझदारी से काम लेने पर बच्चे धीरे-धीरे अपनी जिम्मेदारियों को समझने लगते हैं।
अधिक लाड़-प्यार और माता-पिता की ढील
जब माता-पिता अपने बच्चों को अधिक लाड़-प्यार देते हैं और उनकी हर मांग को पूरा करते हैं, तो बच्चे बिगड़ने लगते हैं। इससे उन्हें लगता है कि वे जो चाहें, वह कर सकते हैं और उनकी हर मांग पूरी होगी। माता-पिता की ढील के कारण बच्चे अनुशासनहीन हो जाते हैं और मनमानी करने लगते हैं। उन्हें सही और गलत का अंतर समझने में मुश्किल होती है और वे अपनी मर्जी से काम करने लगते हैं।
माता-पिता की अनदेखी और ध्यान न देना
जब माता-पिता अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं देते हैं और उनकी अनदेखी करते हैं, तो बच्चे बिगड़ने लगते हैं। इससे उन्हें लगता है कि वे महत्वपूर्ण नहीं हैं और उनकी बातों को कोई नहीं सुनता है। ऐसे में बच्चे मनमानी करने लगते हैं ताकि वे अपने माता-पिता का ध्यान आकर्षित कर सकें। वे गलत व्यवहार करके भी ध्यान पाने की कोशिश करते हैं।
गलत संगति और मित्रों का प्रभाव
बच्चों पर उनके मित्रों और साथियों का बहुत प्रभाव पड़ता है। अगर बच्चे गलत संगति में पड़ जाते हैं, तो वे बिगड़ने लगते हैं और मनमानी करने लगते हैं। गलत संगति में पड़कर बच्चे गलत आदतें और व्यवहार सीखते हैं जो उनके भविष्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों के मित्रों और साथियों पर नजर रखनी चाहिए और उन्हें सही रास्ते पर लाने का प्रयास करना चाहिए।
अनुशासन की कमी और नियमों की अनदेखी
जब बच्चों को अनुशासन नहीं सिखाया जाता है और नियमों का पालन नहीं कराया जाता है, तो वे बिगड़ने लगते हैं। अनुशासन और नियम बच्चों को सही और गलत का अंतर समझने में मदद करते हैं। बिना अनुशासन के बच्चे मनमानी करने लगते हैं और उन्हें किसी भी चीज की परवाह नहीं रहती है। माता-पिता को अपने बच्चों को अनुशासन सिखाना चाहिए और नियमों का पालन कराना चाहिए।
तनाव और भावनात्मक समस्याएं
बच्चे अक्सर तनाव और भावनात्मक समस्याओं के कारण भी बिगड़ने लगते हैं। जब बच्चे तनावग्रस्त या भावनात्मक रूप से परेशान होते हैं, तो वे अपना गुस्सा और तनाव मनमानी के रूप में निकालते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों की भावनात्मक जरूरतों को समझना चाहिए और उन्हें तनावमुक्त रखने का प्रयास करना चाहिए। बच्चों के साथ खुलकर बातचीत करने और उनकी समस्याओं को सुनने से उन्हें राहत मिलती है और वे बिगड़ने से बच जाते हैं।
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