पैकिं ग-शैकिं ग उनके नाम
कहीं घूमने बाहर जाने का प्लान बना रही हैं, तो सूटकेस पैक करने का काम हसबैंड को सौंपें। ऎसा माना जाता रहा है कि महिलाएं टूर पर जाते समय आवश्यकता से अधिक पैकिंग कर लेती हैं। लगभग60 प्रतिशत पुरूष इस बातकसही मानते हैं। वहीं 100 में से 40 महिलाएं भी यह स्वीकारती हैं कि अकसर शहर से बाहर जाते समय आवश्यकता से अधिक पैकिंग हो जाती है। इसका वजह यह है कि महिलाओं को दिनचर्या की हर वस्तु आवश्यक प्रतीत होती है। इसके विपरीत पुरूष केवल चुनिंदा और उपयोगी सामानों को ही गठरी में बांधन के आदी होते हैं।