जैमोलॉजी के क्षेत्र में उजले अवसर
सही रत्न की पहचान है जरूरी आज धोखाधडी के दौर में सिंथेटिक रत्न भी धडल्ले से ग्राहकों को बेचे जा रहे हैं इसलिए सही रत्न की पहचान के लिए सिर्फ भरोसा ही नहीं, साइंटिफिक तरीकों की जानकारी भी जैमोलॉजिस्ट्स को होनी जरूरी है। जैमोलॉजी कोर्स में दाखिले के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता बारहवीं उत्तीर्ण है। इसके साथ ही अंग्रेजी पर अच्छी पकड होनी जरूरी है क्योंकि आपको देशी ही नहीं, विदेशी ग्राहकों और कंपनियों से भी तालमेल बैठाना होता है।