फिर तो रोटी बनेगी टेस्टी भी हेल्दी भी
अधिकतार घरों में मूलत: सादी गेहूं की ही रोटियां बनी हुई खाई जाती हैं, परंतु गेहूं की रोटी स्वादिष्ठ अधिक, पौष्टिक कम होती है। अगर गेहूं में यदि अन्य अनाज को मिला कर आटा पिसवाया जाए तो ऐसे आटे से बनी रोटी की पौष्टिकता बढ जाती है। इस प्रकार के आटे को मल्टीग्रेन आटा या कौबिनेशन फ्लोर कहा जाता है। मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी विभिन्न प्रकार के रोगों में भी बहुत फायदेमंद साबित होता है।
#क्या देखा अपने: दीपिका पादुकोण का ग्लैमर अवतार