अनचाहा गर्भ से बचने के उपाय
18 से 20 माह का गर्भ 18 से 20 सप्ताह बीतने के बाद गर्भ से मुक्ति पाना मुश्किल हो जाता है क्योंकि इतने समय में गर्भ आकार ले चुका होता है। गर्भाशय ग्रीवा को चौ़डा करने के लिए प्रोस्टाग्लेंडिग या वैसी ही कोई दवा गर्भाशय ग्रीवा में रखी जाती है ताकि प्राकृतिक प्रसव जैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकें और गर्भाशय में संकुचन की लहर उठे। स्थिति अनुकूल होने पर गर्भाशय को शल्य द्वारा खाली कर दिया जाता है। एम.टी.पी. एक्ट के अनुसार इतनी अवधि के गर्भ गिराने के लिए गर्भपात के समय कम से कम 2 स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टरों का उपस्थित रहना जरूरी है। दवा से परहेज बेहतर है यानि अगर आप को बच्चाा नहीं चाहिए तो गर्भनिरोधक का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। महिलाओं के लिए एक और अच्छी खबर ये है कि अब बाजार में ऎसी दवाएं भी उपलब्ध हैं जो गर्भ को रोकने के लिए समागम के 36 घंटे बाद तक प्रभावशाली रहती है। अगर कभी गलती से असुरक्षित यौन संबंध हो जाते हैं तो तुरंत इन दवाओं के सेवन से अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है।