दो दिलों का मिलन नहीं बल्कि शर्तो के घेरे में आये सात फेरे

दो दिलों का मिलन नहीं बल्कि शर्तो के घेरे में आये सात फेरे

क्या-क्या बदलाव आए! सबसे पहले तो विवाह जिन्दगी की सबसे बडी जरूरत या सबसे बढा निर्णय नहीं रह गया है। विवाह से कहीं ज्यादा जरूरी करियर और आर्थिक आत्मनिर्भरता हो गई है।