Love tips:जिम्मेदारियों के बीच खिल सकता है प्यार
प्यार एक हवा की तरह होता है, जिसे न तो किसी ने देखा है, न छुआ है, सिर्फ उसे महसूस किया है। वह न तो किसी तरह की इच्छाओं पर निर्भर करता है न चाह पर। हां, केवल अपने साथ के लिए कुछ करने की भावना या समर्पित हो जाने का एहसास अवश्य बना रहता है। हालांकि कुछ ऐसा भी मानते हैं कि बच्चे हो जाने के बाद प्यार के लिए वक्त ही कहां बचता है! उन्हीं की ख्वाहिशें पूरी करने के चक्कर में प्यार कहीं हवा हो जाता है। रह जाती हैं, तो बस जिम्मेदारियां, लेकिन यह सच नहीं है।