प्यार की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती
जिम्मेदारियों के होते हुए भी आप प्यार को निभा सकते हैं
अगर आप प्यार को एक्सपायरी डेट बनना चाहते हैं तो बेशक बना दें लेकिन ऎसा हो नही सकता। प्यार एक हवा की तरह होता है, जिसे न तो किसी ने देखा है, न छुआ है, सिर्फ उसे महसूस किया है । वह न तो किसी तरह की इच्छाओं पर निर्भर करता है, न चाह पर । हां, केवल अपने साथी के लिए कुछ करने की भावना या समर्पित हो जाने का एहसास अवश्य बना रहता है। कुछ लोगों का मानते है कि जब बच्चाा हो जाता है तो माता-पिता की जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं उन्हें यह महसूस होने लगता है कि बच्चो के बाद उनकी जिंदगी पर सिर्फ बच्चो का हक रह जाता है और केवल बच्चो की परवरिश, कत्तüव्य और जिम्मेदारियों ही जिंदगी का लक्ष्य। प्यार के लिए समय निकालना उन्हें या तो मूर्खता लगती है और यह सब बचकानी बातें लगने लगती हैं अपने अकसर पति-पत्नी को यह कहते सुना होगा कि अब ये चोंचले अच्छे नहीं लगते, बच्चो बडे़ हो गए हैं, वे क्या सोचेंगे कि मम्मी और पापा इश्क फरमा रहें हैं। पर ऎसा सोचना गलत है आप चाहे तो ऑफिस, बाहर, घर-परिवार की जिम्मेदारियों के चलते सब कुछ ठीक प्रकार से निभाते हुए भी आप सारी जिंदगी प्यार के मीठे एहसास को जी सकते हैं।