पैर खोलते हैं आपकी सेहत का राज
डॉ के मुताबिक, केवल विंटर में अगर पैर फटते हैं, तो कोई परेशानी वाली बात नहीं है, लेकिन पूरे साल पैर फटे रहते हैं, तो आप रोज ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। इसके अलावा, फू्रट जूस वगैरह भी ले सकती हैं। दरअसल, पैरों के बार-बार फटने से इंफेक्शन वगैरह भी हो सकता है। अगर प्रेग्नेंट महिलाओं के पैर बहुत फट रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में कैल्शियम, पोटैशियम या मैग्निशियम की कमी है। इससे बचने के लिए बैलेंस डाइट लें। डैमेज नर्वस सिस्टम आपके पैर कभी भी सुन्न हो जाते हैं या उनमें चुभन जैसी फीलिंग होती है। इसका मतलब है कि आपका नर्वस सिस्टम डैमेज हो सकता है। डॉ के मुताबिक, डायबीटीज के कारण या ज्यादा ड्रिंक करने से भी कई बार ऎसी सिचुएशन हो सकती है। ऎसे में जरूरी है कि आप केयरफुल रहें। थोडी सी लापरवाही भी आपको हर्ट कर सकती है, इसलिए समय रहते डॉक्टर से चेकअप करवाएं, ताकि आगे किसी भी तरीके की परेशानी से बच सके। डायबीटीज होने का संकेत अगर आपके पैरों में सूजन हैं और कई दिन तक रहती है, तो आपको डायबीटीज हो सकती है। इसका पता चलते ही फुटवेयर का सही सिलेक्शन तो जरूरी है ही, साथ ही समय रहते डायबीटीज का टेस्ट करवाकर उसे कंट्रोल करें। फुट बाथ गर्म पानी लें। अब पैरों को टावल से टाइट लपेट लें और इन्हें पानी में डूबो दें। इससे बॉडी का टेंपरेचर बढेगा और पसीना आएगा। यह पैरों की हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। पानी गुनगुना होते ही दूसरे टब में गर्म पानी लें। टावल के बिना पैरों को टब में 15 से 20 मिनट तक रखें। इसके बाद दो से तीन मिनट तक ठंडे पानी में रखें। इस प्रोसेस के एक घंटे बाद तक हवा में न जाएं। फूट बाथ से लंग्स, हार्ट, ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन तेज होगा। साथ ही जुकाम, माइग्रेन, अस्थमा, हार्ट प्रॉब्लम्स व टायर्डनेस भी दूर होगी। पैरों को करें रिलैक्स एक टब में गुनगुना पानी लें। इसमें एक नीबू का रस और एक कप ओटमील डालकर घोलें। अब इस पानी में 10 मिनट तक पैरों को डुबोएं। इसके बाद हल्के हाथों से रगडकर उन्हें साफ पानी से धोएं और पोंछकर सुखाएं। फुटक्रीम लगाकर मसाज करें।