महिलाएं भी रखें अपनी हेल्थ का ध्यान
मेनोपौज- इस दौरानपरिवार का ध्यान रखते-रखते अपनी सेहत के प्रति लापरवाह रहती हैं। अच्छी सेहत के लिए कई बातें ऎसी हैं, जिस महिला के शरीर में हारमोन सम्बन्धी अनेक बदलाव जैसे, शरीर के तापमान में अनिश्चितता, अचानक बुखार या पसीना आना, चिडचिडापन, अनिंद्रा, स्मरणशक्ति में क्षति, यौनेच्छा में कमी, त्वचा में रूखापन, केशों का झडना, अवांछित बालों की समस्या और ह्वदय की धमनियों के संकुचित होने से ह्वदय रोग का खतरा होता है। इस दौरान ऎस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरौन हारमोन्स के निर्माण की प्रक्रिया भी धीमी पड जाती है, जिसकी वजह से यूटीआई और खांसी के साथ युरिन डिस्चार्ज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
बचाव- भोजन में हरी सब्जियों, सलाद अंकुरित अनाज, दालों, ताजे फलों और जूस को शामिल करें। मेनोपौज से पहले ही 1200 मिलीग्राम तक कैल्शियम जरूर लें। खासकर दूध-दही कासेवन प्रचुरता से करें। सूती कपडे पहनें, क्योंकि इस दौरान पसीना अधिक आता है। इससे आप त्वचा सम्बन्धी रोगों से बची रहेंगी। ऎसा सोचना गलत है कि मेनापौज के बाद शरीर थक जाता है। ब्रिस्क वौकिंग, जौगंग, स्किपिंग, स्विमिंग जैसे व्यायाम आप डॉक्टर की सलाह पर कर सकती है।