राइट नॉव जस्ट रिप्लाइ मी
कौन विलेन!
तो क्या यह माना जाए कि हाल के वर्षो में बच्चो से लेकर बडों तक में अधीरता खतरे की हदें पार कर रही है या फिर आज के कम्यूनिकेशन टूल्स ने हमारा इंपेशेंस को अभिव्यक्त करने का प्लेटफार्म मुहैया करा दिया है।
कौन विलेन!
तो क्या यह माना जाए कि हाल के वर्षो में बच्चो से लेकर बडों तक में अधीरता खतरे की हदें पार कर रही है या फिर आज के कम्यूनिकेशन टूल्स ने हमारा इंपेशेंस को अभिव्यक्त करने का प्लेटफार्म मुहैया करा दिया है।