क्या सही है पुरूष सहकर्मी से फ्रेंक होना
परेशानियों की शुरूआत कॉलेज के दिन हो या व्यवहारिक प्रशिक्षण के या नौकरी के, अपने व्यवहार को कभी भी अमर्यादित नहीं बनायें। कामकाज के दौरान अपनी सीट छोडकर पुरूष सहकर्मियों के साथ हंसी-मजाक करना, साथी पुरूषों एवं महिला सहकर्मियों का मजाक करना, अपने आपको बुद्धिमान या बहुत अधिक प्रगतिशील समझना, नये-नये फैशन करना, भडकीले वस्त्र पहनना जैसे आचरण परेशानियों का कारण बन सकते हैं। सहकर्मी पुरूषों के संपर्क में आने के लिये अपनी तरफ से प्रयास करना, दूसरों के निजी मामलों में रूचि लेना, सहानुभूति प्राप्त करने की कोशिश करना, स्वयं को अकेली प्रदर्शित करना, घर के सदस्यों की कमजोरियों और बुराइयों को सावर्जनिक करने जैसे व्यवहार आपको संदेह की परिधि में लाते हैं. कई महिलायें पदोन्नति या कोई अतिरिक्त लाभ के लिये सीनियर या अधिकारियों की हां में हां मिलाने लगती हैं या उनके साथ उठने-बैठने की कोशिश करती हैं लेकिन इसके परिणाम मिलने वाले लाभ की तुलना में कहीं अधिक नुकसान दायक होते हैं।