जानिये: लाल रंग के बारे में दिलचस्प बातें
लाल चूडियांचूडियों के बिना भी पारंपरिक दुल्हन का श्रृंगार पूरा नहीं होता है। प्राचीन काल में भी हमारे यहां की महिलायां चूडियां पहनती थीं। सुहाग की निशानी मानी जाती है चूडियां ।
लाल चूडियांचूडियों के बिना भी पारंपरिक दुल्हन का श्रृंगार पूरा नहीं होता है। प्राचीन काल में भी हमारे यहां की महिलायां चूडियां पहनती थीं। सुहाग की निशानी मानी जाती है चूडियां ।