जन्म-जन्म का साथ है हमारा-तुम्हारा
समस-समय पर उठने वाली मानसिक उत्तेजनाओं जैसे लालच, अंहकार,
गुस्सा तथा मोह आदि पर नियंत्रण रखना। राम और सीता ने अपना पूरा वैवाहिक
जीवन बहुत ही सबर और प्रेम के साथ व्यतीत किया था। वे कभी मानसिक या
शारीरिक रूप से अनियंत्रित नहीं हुए।