मोहनदास करम चंदगांधी की याद में...

मोहनदास करम चंदगांधी की याद में...

वर्ष 1917-18 के दौरान बिहार के चम्पारण नामक स्थान के खेतों में पहली बार भारत में सत्याग्रह का प्रयोग किया । यहां अकाल के समय गरीब किसानों को अपने जीवित रहने के लिए जरूरी खाद्य फसलें उगाने के स्थान पर नील की खेती करने के लिए जोर डाला जा रहा था। उन्हें अपनी पैदावार का कम मूल्य दिया जा रहा था और उन पर भारी करों का दबाव था। गांधी जी ने गांव के जमींदारों के खिलाफ विरोध किया, जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जमींदारों के खिलाफ चारों तरफ से विरोध प्रदर्शन होने पर जल्द ही गांधी जी को छोड कदया गया और जमींदारों ने किसानों के पक्ष मेंएक करारनामे पर हस्ताक्षर किए, जिससे उनकी स्थिति में सुधार आया। इस सफलता से प्रेरणा लेकर महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता के लिए कई आंदोलन जैसे- असहयोग आंदोलन, नागरिक अवज्ञा आंदोलन, दांडी यात्रा तथा भारत छोडो आंदोलन की शुरूआत की।