मोहनदास करम चंदगांधी की याद में...

मोहनदास करम चंदगांधी की याद में...

मोहन दास करम चंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर में हुआ था, जो गुजरात राज्य का एक तटीय कस्बा है। लगभग 18 वर्ष की उम्र में वे कानून की पढाई करने के लिए तथा एक बेरिस्टर के रूप में प्रशिक्षण पाने के लिए इंग्लैन्ड गए। करीब 6 साल बाद उन्होंने स्वयं अपनी आंखों से पूर्वाग्रह देखा, जहां उन्हें एक अश्वेत होने के कारण रेल के प्रथम श्रेणी के डिब्बे से बाहर निकाल दिया गया, जबकि उनके पास यात्रा का वैध टिकट था। यह घटना उनके जीवन का एक निर्णायक मोड बनी।