जानिये:सावन में पूजा और महत्व के बारे में...
सावन के साथ भगवान शिव का नाम आदिकाल से जुडा हुआ है। इसीलिए श्रावण मास शिव के उपासकों के लिए भक्ति का पर्याय बन गया है। सावन के सोमवार का व्रत संपूर्ण उत्तर भारत में अत्यंत लोकप्रिय है। महिला-पुरूष बडी श्रद्धा के साथ इस महीने में हर सोमवार को व्रत रखते हैं। जो भक्त ऐसा नहीं कर पाते व महीने के पहले और अंतिम सोमवार को व्रत रखकर भगवान शिव के प्रति अपनी सच्ची भक्ति को प्रकट करते हैं। इस उपवास में गौरी-शंकर का पूजन, रूद्राभिषेक तथा सायंप्रदोषकाल में अर्चना करने के बाद भोजन ग्रहण करने का विधान है। सावन के सोमवार का व्रत चिंताहरण करके भक्तों की मनोकामना पूर्ण करता है।