कैसे दूर करें, ऑफिस में बदले की भावना...
यहां दूसरों की भावनाओं का सम्मान करने की भी जरूरत है। उसे यह समझने की जरूरत है कि शायद दूसरा उसे उस हद तक प्यार नहीं करता कि जिन्दगी बढाने के बारे में सोचे। इसलिए आगे बढना उचित हे। बदले की भावना के साथ व्यक्ति में नकारात्मकता आने लगती है। अगर यह हद से ज्यादा बढ जाए तो वह डिप्रेशन का शिकार भी हो सकता है। आपका मन किसी काम में नहीं लगता और आप नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।