कैसे करें स्वाइन फ्लू के खतरे से बचाव
गर्भावस्था हर महिला के लिए सबसे
रोमांचक और महत्तवपूर्ण टाइम होता है। इस दौरान कुछ बातों का ख्याल रख कर
ही आप एक हेल्दी और सुन्दर बेबी को जन्म दे सकती हैं। लेकिन आजकल दिल्ली,
जयपुर, लखनऊ जैसे बडी सिटी में स्वाइन फ्लू का ज्यादा फैला हुआ है। तो
संक्रमण के लिहाज से गर्भवती महिलाओं को फ्लू आसानी से शिकार बन सकती हैं।
गर्भधारणप के वक्त महिलाओं की प्रति रक्षा प्रणाली नाजुक पड जाती है और
जिसकी वजह से वो इससे कहीं ज्यादा मात्रा में प्रभावित होती है। गर्भधार के
टाइम ये फ्लू तेजी से फैलता है और शरीर कमजोर तथा संक्रमित बना देता है
जिससे निमोनिया या भू्रण संकट जैसी खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है।
गर्भवती
महिला में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए जाते हैं तो वो महिला अपने घर में ही
रहे साथ ही थोडी-थोडी देर के बाद अपने हाथों को फॉश करती रहे, क्योंकि आजकल
सेल फोन सभी के पास होता है हम बार-बार अपने फोन को हाथ में लेते ही हैं
और यह फ्लू हाथों के ही सबसे ज्यादा फैलता है। साथ ही कम लोगों से मिलें,
अपने पास साफ तौलिया, कपडे रखें।
गर्भवती महिलाओं में समय पर अगर
स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए जाते हैं तो तुरंत उनका इलाज एंटी वायरल से किया
जाना चाहिए जिससे कुछ ही घंटों के अंदर काम करना शुरू कर देता है। अगर समय
पर इसका इलाज करा लिया जाए तो एंटी वायरल अपना सही समय पर काम कर देती है।