दिल तो हरदम मचलता है जी
अब निंदनीय नहीं ये रिश्ता अब लोग ऎसे रिश्ते में कोई बुराई नहीं मानते क्योंकि उन्हें ऎसा महसूस होता हे कि भावनात्मक लगाव व्यक्ति का मनोबल बढाता है। यह रिश्ता जब बनता है तब व्यक्ति उत्साह से भरा हुआ होता है और यही उत्साह उसे काम में आगे बढने की प्रेरणा देता है, जिससे व्यक्ति सुकून भी लाइफ गुजारता है।