महिलाओं के हैल्थ के लिए हानिकारक...

महिलाओं के हैल्थ के लिए हानिकारक...

मैटाबोलिज्म असर मैटाबोलिज्म वह प्रक्रिया है, जिससे आप का शरीर खाए गए भोजन को ऎनर्जी में बदलता है ताकि शरीर ठीक ढंग से कार्य कर सके। नाश्ता पूरी रात की नींद के बाद आप के मैटाबोलिज्म को काम पर लगाता है। अगर नाश्ता न किया जाए तो शरीर में मैटाबोलिज्म की प्रक्रिया धीमी होने के कारण कैलोरी जलने के बजाय शरीर में जमा होती रहती है। कैलोरी जमा होने का अर्थ शरीर में चरबी का बढना। जो महिलाएं खुद कोफिट रखने या डाइटिंग के चक्कर में नाश्ता नहीं करतीं, उन की यह आदत उलटी दिशा में काम करती है। यदि नाश्ता न करने के कारण आप शरीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं तो शरीर इ स अवस्था को भूख से ग्रस्त स्थिति समझ लेता है। अगर नाश्ते में कम वसायुक्त भोजन के साथ प्रोटीनयुक्त पदार्थ लिए हो तो लंच में अधिक खाने की इच्छा स्वत: ही खत्म हो जाती है। नाश्ता ना करने से पूरी प्रक्रिया बिगड जाती है, जिससे बाद में लंच के समय अधिक खाया जाता है और न्यूट्रिशन फूड ना लेने की वजह से वजन बढता है। जिसे कम करना आसान नहीं होता। नाश्ता अधिक फैट बर्न करने के लिए आपके मैटाबोलिज्म का ेबढा देता है। देर से नाश्ता करने वह स्तर धीमा हो जाता है और वजन कम करना कठिन। पौष्टिक नाश्ता करने से आपसे जो संतुष्टि मिलती है, उस से अन्य पौष्टिक भोज्यपदार्थाेे को खाने की इच्छा नहीं होती। कई महिलाएं अकसर चिप्स, समोसे या चाट खाती नजर आती हैं, जो मोटापा बढाने में मदद करते हैं। ऎसा भरपूर नाश्ता ना करने की वजह से होता है। अपने साथ हमेशा फल व सलाद रखें, भूख लगने पर उन का सेवन करें। शरीर में ऎनर्जी बनाए रखने के लिए आपको ताजा और पौष्टिक तत्वों से युक्त नाश्ता करती हैं तो दिन भर आपके अंदर स्फूर्ति बनी रहती है। ऎनर्जी बनाए रखने के लिए अपने दिमाग को ग्लूकोज प्रदान करें। जो ईधन की तरह काम करेगा। कौप्लैक्स काबों�हाइडे्रट का आहार सबसे बेहतर रहता है। यह आहार ग्लूकोज को धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में जाने देता है। जिससे आप लम्बे समय तक चुस्त बनी रहती है।