बर्थडे स्पेशल में जानें: क्यों दर्द और तन्हाई की मारी...मीना कुमारी
शेरो शायरी का शौक
मीना कुमारी को
अभिनय के अलावा शेरो-शायरी का भी बेहद शौक था। उनके गानों को आज दर्शक शौक
से सुनते हैं। यह भी कहा जाता है कि मीना कुमारी अभिनेत्री नहीं होती तो,
शायर होती। मीना कुमारी की जितनी ही फिल्में सफल हुई उनमें उनके गीत संगीत
का बड़ा योगदान था।उनकी फिल्मों के कुछ गाने आज भी सुनने को मिलते हैं
जैसे— अजीब दास्तां है ये, रूक जा रात, छू लेने दो नाजुक होठों को, ना जाओ
सईयां, चलते-चलते यूं ही कोई, मधुबन में राधिका और इन्हीं लोगों ने जैसे
सुपरहिट गाने शामिल हैं। जिसे दर्शक आज भी भुलाए नहीं भूलते हैं। आज भले
ही 21वीं सदी क्यों न हो लेकिन मीना कुमारी के ये बेहतरीन नगमे आज भी
गुनगुनाए जाते हैं।