पे्रमियों पर मंडराते खतरे जगजाहिर हैं। मनचले ाऔर पेशेवर अपराधी उनकी कमजोरी ताड कर अपनी पर उतारू हो जाते हैं और फिर कई बार अनहोनी भी घट जाती है। कट्टरवादी संगठनों के क ार्यकर्ता तो वेलेंटाइन डे जैसे खास दिनों में उनका जीना दूभर कर देते हैं। युवा प्यार अभी भी खुलेआम या घर वालों की जानकारी अथवा मंजूरी से नहीं करते हैं, इसलिए किसी अनहोनी के बाद नाम उजागर हो जाने से डरते हैं।