सोने जैसी कांति के लिए अपनाएं ये नुस्खे
गोल्ड यानी सोना। प्राचीन से इसकी बहुमूल्यता, चाहे वह नफासत,मुद्रा, विलासिता या सेहत-सुन्दरता निखारने के स्तर पर हो। सोने की चमचमाहट में कमी नहीं हुई है। इसके प्रति लगाव, स्त्रेह परस्पर बढा ही है। इतिहास के पन्ने खंगालने पर ज्ञात हुआ है कि ताउम्र जवां बने रहने के लिए मिस्त्र की महारानी क्लियोपेट्रा चेहरे पर गोल्ड मास्क लगाकर सोती थी। प्राचीन रूस के बाशिंदे विविध स्किन संबंधित व्याधियों के निवारण के लिए सोने का इस्तेमाल करते थे। मिस्त्र की महारानी की तर्ज पर चीन में भी स्किन को निखारने व कसावट के लिए सोने का प्रयोग किया जाता था। यही नहीं चिंग डायनस्टी की महारानी वांगमू भी रोजाना चेहरे पर गोल्ड मसाज करवाती थी। रूप-रंग निखारने व त्वचा में कसावट लाते हुए झुर्रियों से निजात पाने के लिए सोने के प्रयोग के अलावा भारतीय आयुर्वेद में कई शारीरिक व्याधियों के निवारण हेतु भी इसे उपयोग में लाया गया है।