बालकनी को सजाएं कुछ इस तरह, फिर तारीफे सुनने के लिए रहें तैयार

बालकनी को सजाएं कुछ इस तरह, फिर तारीफे सुनने के लिए रहें तैयार

महकते फूलों के गुच्छों से लदी बेल और लताओं में लिपटी हरी पत्तियां खिडकियों पर कभी दस्तक देती थीं। यह तब होता था जब घर आगेपीछे या फिर छत पर हरियाली होती थी, मतलब एक छोटी बगिया हर घर में थी। ऎसे खूबसूरत माहैल का हर रोमांटिक पल यादगार बन जाता है। हर हसीन मंजर को कैमरे से कैद कर एक खूबबसूरत फाटोग्राफ की शक्ल दी जा सकती है।